Vijay Sharma छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा Vijay Sharma ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर तीखा प्रहार किया है। हाल ही में कवर्धा के लोहारीडीह गांव में हुए विवाद से जुड़ा एक वीडियो भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर साझा किया था, जिसमें एक नाबालिग बच्ची यह कहते हुए दिखाई दे रही थी कि उपमुख्यमंत्री और प्रदेश के गृह मंत्री विजय शर्मा के लोगों ने उसे धमकाया।
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गृहमंत्री का बघेल पर पलटवार
इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए विजय शर्मा Vijay Sharma ने कहा कि भूपेश बघेल ने बच्ची के नाम पर सियासी रोटी सेंकने का काम किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बच्चों के नाम का इस्तेमाल राजनीति में नहीं किया जाना चाहिए। शर्मा ने बताया कि उन्होंने खुद परिवार की व्यक्तिगत रूप से मदद की है और कई बार उनसे मिलने भी गए हैं।
विजय शर्मा Vijay Sharma ने कहा, “बच्चों के नाम लेकर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। मैं पांच बार परिवार से मिल चुका हूं और उनसे कहा है कि अगर कोई परेशानी है तो पुलिस को बताएं, लेकिन इसे सार्वजनिक न करें ताकि विवाद न हो। आज भूपेश बघेल जी ट्विटर पर नाबालिग का नाम ले रहे हैं, जो गलत है।”
छत्तीसगढ़ पुलिस तो कचरू साहू की मौत को आत्महत्या साबित करने पर तुली हुई थी।
अगर कचरू साहू की बेटी लालेश्वरी ने हिम्मत न दिखाई होती तो उसके मृत पिता की मौत हत्या साबित न होती। भाजपा की डबल इंजिन की सरकारें तो सब दफ़ना चुकी थीं।
लालेश्वरी का नाम सौ बार लिया जाना चाहिए और उसकी… https://t.co/NlhsSt3rml pic.twitter.com/3gxORhiemZ
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) October 17, 2024
“राजनीति चमकाने का प्रयास”
गृह मंत्री Vijay Sharma ने आगे कहा कि भूपेश बघेल अपनी राजनीति चमकाने के लिए बच्चों के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि सूरजपुर की घटना में एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष की संलिप्तता और कांग्रेस के कुलदीप जैसे लोगों को संरक्षण क्यों दिया गया। उन्होंने कांग्रेस को अपने ‘संस्कारों’ पर विचार करने की सलाह भी दी।
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पूर्व सीएम बघेल का बयान
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि छत्तीसगढ़ पुलिस कचरू साहू की मौत को आत्महत्या साबित करने की कोशिश कर रही थी। लेकिन उनकी बेटी ने साहस दिखाया, जिसके चलते यह हत्या का मामला साबित हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि विजय शर्मा परिवार को धमका रहे थे, जिससे वे असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
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बघेल ने दो सवाल पूछे:
- जिस व्यक्ति की गवाही पर 169 ग्रामीणों पर हत्या का मामला दर्ज हुआ, वह खुद हत्या का आरोपी निकला। क्या इस मामले की फिर से जांच होगी?
- प्रशांत साहू की पुलिस कस्टडी में मौत के मामले में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर मामले कब दर्ज होंगे?
क्या है लोहारीडीह का मामला?
कवर्धा जिले के लोहारीडीह में कांग्रेस नेता शिव प्रकाश उर्फ कचरू साहू की हत्या के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी। एमपी की बालाघाट पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस का दावा है कि कचरू साहू की हत्या की गई थी, पहले उन्हें लाठी-डंडों से पीटा गया और फिर गमछे से गला घोंटा गया। बाद में शव को पेड़ से लटकाकर इसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई थी।
इस घटना के बाद गांव वालों ने उप सरपंच रघुनाथ साहू के घर में आग लगा दी थी, जिसमें उनकी जलकर मौत हो गई। इस दौरान पुलिस पर भी पथराव हुआ था। आगजनी के मामले में गिरफ्तार आरोपियों में से एक की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी। इस पूरे मामले ने राज्य की राजनीति में उथल-पुथल मचा दी है, और दोनों पक्षों के आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं।