भोपाल में JMB के चार आतंकी गिरफ्तार! लोगों में बांट रहे थे जिहादी साहित्य किताबें

Terrorism :- आतंकवाद भारत की सबसे प्रमुख और सबसे बड़ी समस्या है, और इस वजह से भारत बहुत लम्बे समय से Terrorism आतंकवाद का शिकार होता रहा है। भारत के कश्मीर, नागालैंड, पंजाब, असम, बिहार , महाराष्ट्र , दिल्ली आदि विशेषरूप से आतंक से प्रभावित रहे हैं । जिसने भारतीय शासन-व्यवस्था को जर्जर कर दिया है।

Terrorism आतंकवाद ने भारत की आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक, सांस्कृतिक आदि परिस्थितियों को प्रभावित किया है। लेकिन इसी बीच मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से पिछले कुछ दिनों पहले एक बड़ी खबर निकल कर सामने आई थी। बताया जा रहा है कि खुफिया एजेंसी ने ऐशबाग थाना इलाके से चार आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था।

साथ ही उनके पास से भारी मात्रा में विस्फोटक भी मिला था। आतंकवादी ऐशबाग थाना क्षेत्र के अस पास फातिमा मस्जिद के पास किराए के मकान पर रहे रही थे। मध्य प्रदेश के आतंक रोधी दस्ता (ATS) द्वारा राजधानी के ऐशबाग इलाके की अहमद नगर कालोनी से रविवार के दिन चारों आतंकियों को गिरफ्तार किया था।

जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि आतंकी दो वर्ष पहले बांग्लादेश से भारत आए थे। वह भारत में बांग्लादेश से लगी त्रिपुरा-मेघालय की सीमा से घुसपैठियों की तरह दाखिल हुए थे। इसके बाद चारों आतंकियों ने बंगाल, असम, उत्तर प्रदेश में अपना ठिकाना बनाया, फिर वे मध्य प्रदेश पहुंचे।

चारों आतंकी फजहर अली, मोहम्मद अकील, जहूरद्दीन और फजहर जैनुल आबदिल, बांग्लादेश के प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिदीन (जेएमबी) के प्रशिक्षित हार्डकोर सदस्य हैं। यह जानकारी एटीएस द्वारा की गई प्रारंभिक पूछताछ में सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक बांग्लादेश के टंगेल और चांदपुरा जिले के रहने वाले ये आतंकी चौथी, पांचवीं, छठवीं और आठवीं कक्षा तक पढ़े हैं।

जेएमबी से जुड़ने से पहले ये खेतों में मजदूरी, मैकेनिक का काम करते थे। बाद में जेएमबी के संपर्क में आने पर इन्हें धार्मिक शिक्षा देने के साथ ही जिहाद के लिए तैयार किया गया। इन्हें समुदाय विशेष के लोगों को अधिक से अधिक संख्या में जेएमबी से जोड़ने के लिए भारत भेजा गया था।

तीन राज्यों में गुजारा समय

जानकारी मिली है कि यह आतंकी बंगाल के बाद असम में कुछ समय गुजारने के बाद उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में रहे हैं। उन्होंने यहां अपने फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर आइडी तैयार करवाए। धार्मिक शिक्षा के लिए दारुल उलूम देवबंद में इन्होंने दाखिला भी लिया था। सहारनपुर में जिहादी साहित्य छपवाने के लिए ये लोग कई प्रकाशकों के भी संपर्क में थे।

एटीएस इन राज्यों से अपने स्तर से आतंकियों के बारे में इनपुट जुटा रही है। आतंकियों ने भोपाल में भी जिहादी साहित्य छपवाने के लिए कई प्रकाशकों से संपर्क किया है। जब कोई तैयार नहीं हुआ तो खुद ही प्रिंट करके इनके पास से करीब दस हजार पेज का जिहादी साहित्य जब्त किया गया है।

भोपाल के प्रकाशकों ने नहीं दिया साथ

आतंकियों ने भोपाल में भी जिहादी साहित्य छपवाने के लिए कई प्रकाशकों से संपर्क किया है। जब कोई तैयार नहीं हुआ तो खुद ही प्रिंट करके किताबें तैयार करने लगे और लोगों में बांटना शुरू कर दिया था। इनके पास से करीब दस हजार पेज का जिहादी साहित्य जब्त किया गया है।