Tattoo फैशन के दौरान में जरूरत के मुताबिक युवाओं का लाइफस्टाइल भी रोजाना बदल रहा है, यही वजह है, कि इस बदलते दौर में टैटू Tattoo बनवाने का क्रेज भी युवाओं के सिर चढ़ कर बोल रहा है, कोई अपने पसंद के कोट्स तो कोई अपनी मां और जीवनसाथी का नाम लिखवा रहा हैं।
टैटू बनाने वाले आर्टिस्ट आपको सड़क किनारे से लेकर बड़े-बड़े मॉल तक में मिल जाएंगे। लेकिन अगर आप या आपका कोई करीबी टैटू बनवाने का प्लान बना रहा है तो उसे सलाह दें कि वह किसी एक्सपर्ट टैटू आर्टिस्ट से ही टैटू बनवाए। सड़क किनारे टैटू बनवाना भले ही सस्ता पड़ता है लेकिन इससे HIV और हेपेटाइटिस होने का खतरा रहता है।
साथ ही ज्यादातर युवक अपनी बाजुओं पर टैटू Tattoo बनवाना पसंद कर रहे हैं। युवाओं में टैटू बनवाने का इतना क्रेज है कि वह पैसों के बारे में भी नहीं सोचते हैं। आलम यह है कि टैटू लवर्स लाखों रुपए तक अपने मनपसंद टैटू बनवाने में खर्च कर रहे हैं।
जबलपुर की बात की जाए तो यहां पर भी लोगों में टैटू Tattoo बनवाने के क्रेज देखा जा रहा है। न सिर्फ पुरुष बल्कि महिलाएं भी टैटू बनवाने में नंबर वन पर हैं। इतना ही नहीं एक से ज्यादा टैटू कैरी करने का क्रेज देखने को मिल रहा है।
लेकिन टैटू बनवाने से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण उसकी केयर होती है, टैटू बनवाते वक्त टैटू मशीन की सुई शरीर में लगातार छेद करती है। इससे शरीर में छोटे आकार के कई घाव हो जाते हैं।
अगर इन घावों की उचित देखभाल न की जाए तो भी इंफेक्शन का खतरा हो सकता है। जो सेहत पर भारी पड़ सकता है। सबसे ज्यादा खतरा सड़कों के किनारे बैठकर टैटू गोदने का व्यवसाय करने वालो से है, जो अनजाने में ही लोगों को भयंकर बीमारियां भी दे रहे हैं। क्योंकि टैटू गोदने के लिए ये एक ही सुई को बार-बार इस्तेमाल करते हैं, जबकि चिकित्सकों के मुताबिक एक सुई का बार-बार इस्तेमाल सेहत के लिए घातक है।