Rahul Gandhi :- राहुल गांधी द्वारा पीएम मोदी और भारत सरकार पर किए गए आरोपों का महत्वपूर्ण और गंभीर रूप से मनना आवश्यक है। गांधी जी के विचारों से साफ होता है कि वे मणिपुर में चल रहे घातक घटनाओं के साथ-साथ इजराइल के संघर्ष को भी उत्तरदायी मानते हैं।
गांधी ने अपने भाषण में मणिपुर के साथी नागालैंड की स्थिति को भी मद्देनजर रखते हुए कहा कि यह अब एक एकीकृत राज्य नहीं है, बल्कि इसे जातीय आधार पर दो अलग-अलग राज्यों में विभाजित कर दिया गया है। इससे सामाजिक और राजनीतिक तनाव उत्पन्न हो रहे हैं और यह बड़ी चिंता का विषय है।
Rahul Gandhi राहुल गांधी ने कांग्रेस के ऐतिहासिक शांति समझौते को भी याद दिलाया, जिसके माध्यम से 1986 में उग्रवाद प्रभावित पूर्वोत्तर राज्यों में शांति की शुरुआत की गई थी। वे इस बात को महत्वपूर्ण मानते हैं कि भारत सरकार को अपने नागरिकों की सुरक्षा और शांति की रक्षा करने के लिए कठिन फैसलों पर पहुंचना चाहिए।
गांधी जी ने इस संदेश को और भी महत्वपूर्ण बनाया क्योंकि वे मानते हैं कि भारत एक सहिष्णु और अद्भुत धर्मनिरपेक्ष देश है, जो विविधता का समर्थन करता है और सभी धर्मों, विचारों और भाषाओं का सम्मान करता है। इस दृष्टिकोण के साथ वे भाजपा के खिलाफ हैं, जिन्होंने विभिन्न समुदायों, धर्मों और भाषाओं पर हमला करने का आरोप लगाया है और विभिन्न तरीकों से देश में नफरत और हिंसा को बढ़ावा दिया है।
40 सदस्यीय मिजोरम विधानसभा के चुनाव का भविष्य इस बार अत्यंत महत्वपूर्ण है, और गांधी जी की बड़ी यात्रा इसकी महत्वपूर्ण घटना है। उनके द्वारा किए गए आरोप और संदेश दिखाते हैं कि उनका उद्देश्य देश के एकता, सामाजिक समरसता, और शांति की रक्षा करना है। उनके विचारों से स्पष्ट होता है कि वे सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों के प्रति जागरूक हैं और देश के उनके विचारों का समर्थन करते हैं।
