Nitish Kumar :- बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल-यूनाइटेड के नेता नीतीश कुमार Nitish Kumar ने शुक्रवार को कहा कि विपक्षी दलों की पटना में ‘अच्छी बैठक’ हुई और साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया गया है।
विपक्षी दलों की मेगा बैठक बुलाने वाले कुमार ने कहा कि विपक्षी दलों की एक और बैठक जल्द ही होगी। कुमार ने कहा, “यह एक अच्छी बैठक थी जिसमें एक साथ चुनाव लड़ने का निर्णय लिया गया। जल्द ही एक और बैठक होगी।”
सहित अन्य विपक्षी नेताओं की मौजूदगी में एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी नेता राहुल गांधी। उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के प्रदर्शन की भी आलोचना की। यह बैठक 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा से मुकाबला करने के लिए विपक्षी एकता बनाने के लिए बुलाई गई थी।
शुक्रवार 23 जून को पटना में हुई राजनीतिक दलों की बैठक पर ज्यादातर नेताओं में सहमति बनी है. वहीं अगली बैठक अगले महीने शिमला में होनी है. बैठक में अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में लाए गए अध्यादेश का मुद्दा भी उठाया. इस पर कांग्रेस की तरफ से रुख साफ नहीं किया गया है. इसको लेकर आम आदमी पार्टी की तरफ से सवाल उठाए गए हैं.
पटना में हुई विपक्षी दलों की महाबैठक में अधिकांश नेताओं में सहमति बनी है. अंतिम फैसला 12 जुलाई को शिमला में होने वाली अगले चरण की बैठक में लिया जाएगा. तभी सीटों के बंटवारे को लेकर भी मंथन होगा. इस बीच आम आदमी पार्टी की तरफ से नीतीश कुमार के इस महाजुटान को झटका मिलता नजर आ रहा है. कारण, शिमला मीटिंग में आने के लिए आम आदमी पार्टी ने महाबैठक में शामिल हुईं सभी राजनीतिक पार्टियों के लिए बड़ी शर्त रख दी है.
दरअसल, शुक्रवार 23 जून को पटना में हुई राजनीतिक दलों की बैठक पर आम आदमी पार्टी ने बयान जारी किया है. इसमें पार्टी की तरफ से कहा गया है कि जब तक कांग्रेस सार्वजनिक रूप से काले अध्यादेश का विरोध नहीं करती है और ये घोषणा नहीं करती है कि उसके सभी 31 राज्यसभा सांसद राज्यसभा में अध्यादेश का विरोध करेंगे, तब तक आम आदमी पार्टी के लिए समान विचारधारा वाले दलों की भविष्य में होने वाली बैठकों में भाग लेना मुश्किल होगा, जिसमें कांग्रेस भी हिस्सा ले रही है.
