Narmadapuram नर्मदा में प्रदूषित पानी को रोकने के लिए राज्य सरकार का संकल्प प्रधान करते हुए, Chief Minister Dr. Yadav मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नवाचारी कदम उठाए। उन्होंने दर्जनों विकास कार्यों का उद्घाटन और भूमिपूजन किया, जिसके माध्यम से नर्मदा के शुद्धता को बनाए रखने का प्रयास किया।
Narmadapuram नर्मदा की आध्यात्मिक और मानवीय महत्ता को महसूस करते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि यह नदी हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिए, नर्मदा को प्रदूषित होने से बचाने के लिए उन्होंने 15 करोड़ रुपए की घोषणा की। इस राशि का उपयोग प्रदूषित पानी को रोकने और नर्मदा की सफाई में किया जाएगा।
Narmadapuram नर्मदापुरम को पवित्र नगर बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने कई कदम उठाए। शराब की दुकानों को बंद करने और मांस की बिक्री पर रोक लगाने के साथ ही, लाउड स्पीकर के प्रयोग पर भी नियंत्रण लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह सभी कदम नर्मदापुरम को एक शुद्ध और परम धार्मिक स्थान बनाने के लिए हैं।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने 191.34 करोड़ रुपए की राशि से 32 विकास कार्यों का उद्घाटन किया। इनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, सामुदायिक विकास, और पर्यटन के क्षेत्र में निवेश शामिल है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नर्मदा के महत्व को बढ़ावा देने के लिए और इसके आराधना में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने नर्मदापुरम जयंती महोत्सव और नर्मदापुरम गौरव दिवस के कार्यक्रम में भाग लिया।
मुख्यमंत्री ने नर्मदापुरम को पवित्र नगर बनाने के लिए विभिन्न कदम उठाए। उन्होंने नर्मदापुरम में आयुर्वेद महाविद्यालय का उद्घाटन किया, जिससे यहां के विद्यार्थी आयुर्वेद शिक्षा प्राप्त कर सकें और चिकित्सक बन सकें।
इसके अलावा, विधायक डॉ. सीताशरण शर्मा और नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती नीतू महेंद्र यादव ने भी समारोह को संबोधित किया। समारोह में लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया और मुख्यमंत्री को शाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
मुख्यमंत्री ने नर्मदा की महिमा को स्तुति दी और उसकी महत्ता को बताया। उन्होंने कहा कि नर्मदा का पानी नहीं सिर्फ शारीरिक शुद्धि में मदद करता है, बल्कि यह आत्मिक और आध्यात्मिक शुद्धि में भी सहायक होता है।