MY Hospital :- मृत युवक के परिवार वालो को कैद कर बेरहमी से मारा पीटा
प्रदेश का सबसे बड़ा सरकारी हॉस्पिटल MY Hospital हमेशा ही सुर्खियों में रहा है। लेकिन यह सुर्खियां अच्छे कामों में से ज्यादा डॉक्टरों के, खासकर जूनियर डॉक्टरों की गुंडागर्दी से रहता है। डॉक्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट लागू होने के बाद तो यह और भी बड़ गया है। MY Hospital के डॉक्टर मामूली बात पर आए दिन मरीजों के परिजनों को तो क्या देश के चौथे स्तंभ मीडिया से मारपीट और पुलिसकर्मी से भी बदसलुकी करने लगते हैं।
ताजा मामला है उपायुक्त इलाज के अभाव में युवक की मौत से आहत परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए नाराजगी जताई और शव ले जाने को कहा तो डॉक्टर ने उन्हें रोका। हालांकि रोकने का तरीका इतना बुरा था कि परिजन उसका विरोध कर बैठे फिर क्या था। हमेशा की तरह डॉक्टरों ने सुरक्षाकर्मियों की मदद से पकड़कर सीसीटीवी कैमरे से दूर गलियों में ले गए और चैनल गेट लगाकर बेरहमी से पीटा। इसमें उनका साथ उनके सीएमओ (CMO) ने भी दिया। इसकी भनक लगाने पर मृतक के परिजनों ने डॉक्टरों की हालत बिगाड़ दी। जिससे विवाद और भी बड़ गया। जब डाक्टरों की नही चली तो उन्होंने और गुस्साए डॉक्टर ने प्रशासन को उनकी सुनवाई करने और घुटने टेकने पर मजबूर करने वाले हथियार का उपयोग किया और हड़ताल पर चले गए। पुलिस के आला अफसरों को हॉस्पिटल में भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा और मारपीट करने के मामले में आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लेना पड़ा।
क्या हैं असल मामला
दरअसल सीढ़ियों से गिरकर घायल हुए एक युवक का इलाज तीन दिन से MY Hospital हॉस्पिटल में चल रहा था। गुरुवार रात उसकी मौत हो गई, परिजन उसका शव बगैर पोस्टमार्टम के लिए जाना चाहते थे। लेकिन डॉक्टरों ने मना कर दिया इस बात को लेकर विवाद की स्थिति बन गई। इस दौरान डॉक्टर और CMO ने सिक्योरिटी गार्ड की मदद से परिजन को चैनल गेट लगाकर पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद गुस्साए परिजनों ने फोन कर अपने रिश्तेदारों और साथियों को अस्पताल बुलवा लिया और डॉक्टर पर हमला कर दिया। इस बीच उन्होंने डॉक्टरों की जमकर पिटाई कर डाली। इसमें कुछ डॉक्टर घायल हो गए हंगामे की सूचना पर चार थाने की पुलिस बल मौके पर मौजूद हुई, बाद में मारपीट से नाराज डॉक्टर ने पुराना पैंतरा अपनाते हुए हड़ताल का ऐलान कर दिया।
इससे MY Hospital में अन्य मरीज के इलाज की व्यवस्था गड़बड़ा गई पुलिस के आला अफसरों को हॉस्पिटल में भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा। अफसरों ने अधीक्षक से बात की और डॉक्टरों से मारपीट के मामले में केस दर्ज करा आधा दर्जन से ज्यादा लोगों को हिरासत में ले लिया। इसके बाद मामला शांत हुआ यह विवाद देर रात करीब 3 बजे शुरू हुआ जो सुबह 5 बजे तक चला।
पीड़ा प्राप्त होने जाने के बाद लाए थे मृतक को अस्पताल
पिछले दिनों बेकरी गली मालवा मिल निवासी राज पिता प्रकाश 20 वर्ष सीढ़ियों से गिरकर घायल हो गया था। परिजन उसे MY Hospital हॉस्पिटल लेकर पहुंचे थे। 3 दिन से इलाज चल रहा था गुरुवार देर रात उसकी मौत हो गई परिजन इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे डॉक्टरों ने उन्हें बाहर जाने का कहा इससे परिजनों और भड़क गए।
वह शव बिना पोस्टमार्टम ले जाना ले जाने लगे तो डॉक्टरों ने रोक दिया लेकिन रोकते रोकने का तरीका खराब होने से परिजन बिफर गए दोनों पक्षों में बहस और विवाद के बाद नौबत मारपीट तक जा पहुंची डॉक्टरों ने सुरक्षाकर्मियों के साथ मिलकर परिजन को पकड़ा और सीसीटीवी कैमरे की जब से दूर गलियारे में ले जाकर चैनल गेट बंद करने के बाद बेरहमी से पिटाई करना शुरू कर दिया।
CMO विश्वामित्र ने भी पीटा
जानकारी अन्य परिजनों व रिश्तेदारों को लगी तो वह भी पहुंच गए INDORE M.y. हॉस्पिटल उन्होंने भी डॉक्टर सुरक्षाकर्मी और ट्राली वालों पर को पीटना शुरू कर दिया गुस्साए लोगों ने तो डॉक्टरों पर पत्थर भी चलाए खबर लगते ही MY Hospital हॉस्पिटल पुलिस चौकी के पुलिसकर्मी से पहुंचे संयोगितागंज थाने में से भी पुलिस बल बुलाया गया थोड़ी देर में एडिशनल डीसीपी राजेश रघुवंशी जॉन 3 संयोगितागंज टीआई अशोक तोमर पलासिया टीआई संजय सिंह बेस पुलिस बल के साथ अस्पताल पहुंचे तीनों अधिकारियों ने अधीक्षक एस ठाकुर से घटनाक्रम की जानकारी ली इस बीच डॉक्टर मारपीट करने वाले पर केस दर्ज करने की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए पुलिस ने डॉक्टरों से मारपीट करने वाले पर केस दर्ज कर करीब आधा दर्जन लोगों को हिरासत में ले लिया
ऐसे चलती है डॉक्टरों की गुंडागर्दी
My हॉस्पिटल में आने वाले मरीजों की से आए दिन डॉक्टरों के द्वारा अभद्रता की जाती है। मरीजों के परिजन विरोध करते हैं।तो उन्हें cmo केबिन में ले जाकर उनके साथ जमकर पिटाई की जाती है। इसके बाद पुलिस बुलाकर फरियादी बनकर निर्दोष पर केस दर्ज कराए जाते हैं। डॉक्टरों की गुंडागर्दी को लेकर स्वास्थ्य मंत्री, संभाग कमिश्नर, my अधीक्षक को डॉक्टर स्टाफ पर सही कार्रवाई करनी चाहिए वहीं। Cmo के केबिन में सीसीटीवी कैमरा लगाकर लगाना चाहिए जिससे पारदर्शिता बनी रहे।