Jabalpur: शराब के कारण बढ़ते अपराध और सामाजिक समस्याओं पर जन आक्रोश

Jabalpur Liquor Today many homes are being ruined due to alcohol in the state. Due to drug addiction, poor women and their children are dying of hunger.

Jabalpur Liquor आज प्रदेश में शराब के कारण अनेक घर बर्बाद हो रहे हैं। नशाखोरी के चलते गरीब महिलाएं और उनके बच्चे भूखे मर रहे हैं। शराब की दुकानों द्वारा नियमों का उल्लंघन करते हुए मंदिरों और स्कूलों के पास दुकानें खोली जा रही हैं, जिससे छोटे-छोटे स्कूली बच्चे भी नशे की लत का शिकार होते जा रहे हैं। शराब माफियाओं द्वारा शराब की ऊंची कीमतों पर बिक्री कर अधिक मुनाफा कमाया जा रहा है, जिससे गरीब आदमी कर्ज में डूब जाता है और उसका परिवार बर्बादी की कगार पर पहुंच जाता है।

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सामाजिक और आर्थिक दुष्प्रभाव

Jabalpur Liquor शराबखोरी और नशाखोरी के कारण समाज में अपराध बढ़ रहे हैं। गरीब आदमी अपनी सारी कमाई शराब पर खर्च करता है और कर्ज में डूब जाता है। शराब के कारण परिवारों में कलह और हिंसा की घटनाएं बढ़ रही हैं। बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है और महिलाएं अपने बच्चों का पेट पालने के लिए मजबूरन मजदूरी करने को विवश हो रही हैं। शराब की ऊंची कीमतें और मुनाफाखोरी से आम जनता की समस्याएं और बढ़ गई हैं।

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प्रशासन से जनआक्रोश

Jabalpur Liquor शराबखोरी, नशाखोरी और सिंडीकेट के विरोध में युवा संघर्ष समिति ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा, लेकिन इसके बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। इससे जनता में भारी आक्रोश व्याप्त है। प्रशासन की उदासीनता के कारण स्थिति दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है।

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युवाओं का विरोध प्रदर्शन

इस आक्रोश को देखते हुए युवा संघर्ष समिति ने सिंधी कैंप के सामने मेन रोड पर शराब माफियाओं और सिंडिकेट का पुतला फूंका। इस प्रदर्शन का नेतृत्व विकास चौधरी, मीडिया प्रभारी ने किया। प्रदर्शनकारियों ने शराब की दुकानों को बंद करने और नशाखोरी पर रोक लगाने की मांग की। उन्होंने प्रशासन से इस गंभीर समस्या पर ध्यान देने और त्वरित कार्रवाई करने की अपील की।

समाधान के प्रयास

समाज में बढ़ते नशाखोरी और शराबखोरी को रोकने के लिए जन जागरूकता अभियान की आवश्यकता है। प्रशासन को भी सख्त कदम उठाने की जरूरत है ताकि मंदिरों और स्कूलों के पास शराब की दुकानें न खोली जाएं। गरीबों के कल्याण के लिए नशामुक्ति केंद्रों की स्थापना और रोजगार के अवसर बढ़ाने पर ध्यान देना होगा।

निष्कर्ष

शराब के कारण हो रही सामाजिक और आर्थिक समस्याओं के समाधान के लिए प्रशासन और समाज को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है। शराबखोरी और नशाखोरी के खिलाफ सख्त कानूनों का पालन सुनिश्चित करना, जन जागरूकता अभियान चलाना और नशामुक्ति केंद्रों की स्थापना करना अति आवश्यक है। यदि इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो समाज में अपराध और बर्बादी का यह सिलसिला यूं ही चलता रहेगा। युवा संघर्ष समिति और आम जनता की मांगों को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन को शीघ्र कार्रवाई करनी चाहिए ताकि समाज में शांति और सद्भाव बना रहे।