Indore : बाबा रणजीत हनुमान की प्रभात फेरी में उमड़ा भक्तों का सैलाब, 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु शामिल

Indore: A huge crowd of devotees gathered in Baba Ranjit Hanuman's Prabhat Ferry, more than 5 lakh devotees participated

Indore में सोमवार सुबह बाबा रणजीत हनुमान की 139वीं प्रभात फेरी का आयोजन भव्य रूप से किया गया। मंदिर के पुजारी पंडित दीपेश व्यास के अनुसार, इस आयोजन में 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु शामिल हुए। सुबह 5 बजे शुरू हुई प्रभात फेरी में भक्तों ने नाचते-गाते जय रणजीत के जयघोष किए। शहरभर में बाबा का 200 से ज्यादा मंचों पर स्वागत किया गया।

Read More :- Jabalpur: निर्माणाधीन मकान में निकला कोबरा, मजदूरों में मचा हड़कंप

प्रभात फेरी का आकर्षण
Indore फेरी के दौरान भगवान राम और हनुमान जी की भव्य झांकियां श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनीं। पांच कलाकार हनुमानजी की वेशभूषा में विशेष प्रस्तुति देते हुए नजर आए। बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं—सभी ने बाबा का आशीर्वाद लिया।

Read More :- Indore की हिंदू युवती और जबलपुर के मुस्लिम युवक की शादी को हाईकोर्ट की मंजूरी

सुरक्षा और व्यवस्था
Indore फेरी की सुरक्षा के लिए एक हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात थे। महिलाओं की सुरक्षा के लिए सेवादारों ने रस्सी का घेरा बनाकर व्यवस्थाएं संभालीं। कई महिला पुलिसकर्मी सादी वर्दी में मौजूद रहीं। श्रद्धालुओं के लिए रास्ते में चाय, पोहे और नाश्ते के स्टॉल लगाए गए।

Read More :- बूढ़ा तालाब में चौपाटी खोलने का विरोध: पाथ-वे पर लगाई जा रही दुकानें, मॉर्निंग वॉक करने वालों और छात्राओं की प्राइवेसी पर सवाल

मंदिर का 138 साल पुराना इतिहास
Indore रणजीत हनुमान मंदिर की स्थापना 138 साल पहले पुजारी भोलाराम व्यास ने की थी। उनकी सेवा के बाद यह जिम्मेदारी उनके परिवार की पीढ़ियों ने निभाई। आज भी मंदिर की यह परंपरा उसी श्रद्धा से निभाई जा रही है।

Read More :- बूढ़ा तालाब में चौपाटी खोलने का विरोध: पाथ-वे पर लगाई जा रही दुकानें, मॉर्निंग वॉक करने वालों और छात्राओं की प्राइवेसी पर सवाल

महापौर भी सफाई अभियान में शामिल
फेरी के मंदिर पहुंचने के बाद महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने सफाई कर्मचारियों के साथ झाड़ू लगाई और स्वच्छता का संदेश दिया।

स्वर्ण रथ ने बढ़ाई शोभा
प्रभात फेरी के अंत में बाबा रणजीत हनुमान का स्वर्ण रथ सुबह 11:15 बजे मंदिर परिसर पहुंचा। श्रद्धालुओं ने इसे देखने के लिए उमंग और उत्साह के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। यह आयोजन भक्तिभाव, अनुशासन और सुरक्षा के शानदार समन्वय का प्रतीक रहा।