Indore Ashoknagar :- नहाने गए कुड़ी घाट के नाले में 2 सगे भाई नहाते समय डूब गए, और डूबने पर कोई उसे बचा नहीं पाया जिससे उनकी मौत हो गई। दोनों साइकल से कुड़ी घाट के नाले में नहाने के लिए पहुंचे थे। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस पहुंची और नाले में उतरकर गहरे गड्ढे से फंसे दोनों बच्चों को बाहर निकाला। मोहल्ले से एक साथ दोनों भाइयों के अर्थ निकले, जिसे देखकर सभी की आंखें नम हो गईं.
दरअसल शंकर कॉलोनी Indore Ashoknagar निवासी राजकुमार अहिरवार मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करता है, जो अपने परिवार के साथ दोनों भाइयों के शवों पर काम कर रहा था, जिन्हें घर के हेड कांस्टेबल ने निकाल लिया। उनके 2 बेटे अंकेश 14 साल और निखिल 12 साल के हैं जो काफी होशियार थे। वे साइकिल से मोहल्ले में घूम रहे थे, जो घूमते हुए दोपहर करीब साढ़े 11 बजे कुड़ी घाट के नाले पर पहुंचे. जहां कपड़े उतारकर और साइकल को साइड से रखकर नहाने लगे। नहाते समय वे 10 फीट गहरे गड्ढे में फंस गए, जिसमें डूबने से उनकी मौत हो गई। जब आसपास के लोगों की उन पर नजर पड़ी तो उन्होंने घटना की जानकारी दोपहर करीब 12 बजे देहात पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंच गई और एसडीआरफ को बुलाया। इस दौरान डेडबॉडी को निकालकर दोपहर करीब 2 बजे पुलिस जिला अस्पताल ले गई जहां पीएम कराकर शव परिजनों को सौंप द
हादसों की बढ़ रही संख्या
शहरी क्षेत्र में ही कई ऐसे स्पॉट हैं जहां सावधानी रखने की जरूरत है। कुड़ी घाट के अलावा तुलसी सरोवर, अमाही तालाब, ट्रेचिंग ग्राउंड के पास से निकले नाले में कई बार हादसे हो चुके हैं। अमाही तालाब में बारिश के दौरान ही 2 युवक डूब गए थे जिनकी मौत हो गई थी। वहीं ट्रेचिंग ग्राउंड के सामने गहरे गड्ढे हो रहे हैं जिनमें बारिश का पानी भरा है, जो खतरों से भरा है। ऐसे में सबसे ज्यादा जिम्मेदारी बच्चों पर निगरानी रखें। क्योंकि वे कहा जा रहे हैं किसके साथ जा रहे होना चाहिए।
अशोकनगर। बच्चों के शव को बाहर निकालकर लाते हुए प्रधान आरक्षक
एसडीईआरएफ को सूचना देने के बाद भी जब समय लगा तो देहात थाने के प्रधान आरक्षक हेमराज शर्मा मौके पर पहुंचे, जहां 2 जवान पहले से ही तैनात थे, लेकिन एसडीईआरएफ को आते नहीं देखा तो परिजनों को ले जाने को कहा. उनके कपड़े बंद। वह बच्चों को बाहर निकालने के लिए कूद पड़ा। उन्होंने बताया कि बच्चे करीब 10 फीट की गहरे गड्ढे में फंस गए थे। वहीं शिवराज सिंह बघेल ने बताया कि हमें सूचना दोपहर 12:30 बजे मिली थी और दोपहर हैं इसकी जानकारी पालकों को पौने 1 बजे टीम पहुंच गई थी तब तक बच्चों को निकाल लिया था।
दो बेटों की मौत की खबर से दुखी माता-पिता रोते-बिलखते बेहोश हो गए।
अंकेश और निखिल की मौत से मोहल्ले में मातम का माहौल है.. बेटे के शवों को देख पिता व उसके परिजन अस्पताल पहुंचे तो उनकी हालत खराब थी। मां और बाप बेसुध से हो गए। पिता का कहना था कि सब कुछ तबाह हो गया। कुछ भी नहीं बचा। मोहल्ले के कप्तान राजपूत ने बताया कि दोनों बच्चे होशियार थे। सभी का उनसे अच्छा स्नेह था।