IAS officers Chhattisgarh सरकार ने मंगलवार को भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के चार अधिकारियों का तबादला किया है, जिसके तहत कुछ अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार सौंपे गए हैं और नए अधिकारियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई हैं।
Read More :- Maharashtra Badlapur School की दो छात्राओं के यौन उत्पीड़न की जांच के लिए SIT गठित, तीन पुलिस अधिकारी निलंबित
अभिजीत सिंह और प्रभात मलिक को अतिरिक्त प्रभार
2012 बैच के IAS officers अभिजीत सिंह, जो वर्तमान में गृह और जेल विभाग में कार्यरत हैं, को चिकित्सा शिक्षा विभाग में संयुक्त सचिव का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। उनके कार्यकाल के दौरान, उन्होंने विभिन्न विभागों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और अब उन्हें चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। यह निर्णय राज्य सरकार की प्रशासनिक कार्यक्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य से लिया गया है।
Read More :- छत्तीसगढ़: Balodabazar सतनामी हिंसा मामले में कांग्रेस विधायक गिरफ्तार, विरोध में सड़कों पर उतरे समर्थक
2015 बैच के IAS officers प्रभात मलिक, जो वर्तमान में छत्तीसगढ़ इंफोटेक प्रमोशन सोसाइटी (चिप्स) के CEO के पद पर कार्यरत हैं, को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के संयुक्त सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। मलिक के पास पहले से ही सुशासन एवं अभिसरण विभाग का प्रभार है, और उन्हें राज्य में डिजिटल विकास और प्रशासनिक सुधार के लिए उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के तहत यह अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है।
नए IAS अधिकारियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
Chhattisgarh सरकार ने नए और युवा IAS officers को भी महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त किया है, जिससे उनकी प्रशासनिक क्षमता को और मजबूत किया जा सके। 2022 बैच की अधिकारी नम्रता चौबे, जो वर्तमान में बलौदाबाजार की सहायक कलेक्टर के पद पर हैं, को महासमुंद जिले के सरायपाली का उपखंड अधिकारी (SDM) नियुक्त किया गया है। सरायपाली में उनकी यह नियुक्ति क्षेत्रीय प्रशासनिक कार्यों में सुधार और विकास की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
इसी प्रकार, 2022 बैच के ही IAS officers प्रखर चंद्राकर, जो वर्तमान में कांकेर जिले के सहायक कलेक्टर के रूप में कार्यरत हैं, को सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के सारंगढ़ में उपखंड अधिकारी (SDM) के पद पर नियुक्त किया गया है। उनकी इस नई जिम्मेदारी से क्षेत्रीय प्रशासन को अधिक कुशल और प्रभावी बनाने की दिशा में कदम उठाए जाने की उम्मीद है। सरकार द्वारा इन अधिकारियों के तबादले और नियुक्तियों का उद्देश्य राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में प्रशासनिक सुधार और विकास को गति देना है। यह निर्णय छत्तीसगढ़ की प्रशासनिक प्रणाली को अधिक सक्षम और उत्तरदायी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।