Government Nehru College Indore :- शिक्षा नीति को बताया विनाशकारी कदम नई शिक्षा नीति की जलाई प्रतियां।
दिनक 17 अगस्त 2022 मंगल बार दोपहर 12 बजे छात्र संगठन AIDSO के द्वारा शासकीय नेहरू महाविद्यालय Government Nehru College में जमकर नारेबाजी करते हुए छात्रों ने धरना दिया और शिक्षा को बर्बाद करने बाली नई शिक्षा नीति की प्रतियां भी जलाई और जीवाजी विश्वविद्यालय की लापरवाही के कारण जिन छात्रों की परीक्षाएं छूटी हैं ।
उन्हें पुनः करवाने की मांग की गई इस मौके पर छात्र संगठन AIDSO की Government Nehru College महाविद्यालय इकाई अध्यक्ष पूजा ओझा ने बताया कि 10 अगस्त को स्नातक प्रथम वर्ष के ओपन इलेक्टिव सब्जेक्ट्स की परीक्षाएं होनी थी उन्हे निश्चित दिनांक से पहले ही अचानक से परीक्षाओं की तिथियों में संशोधन करते हुए आयोजित किया गया।
जिसके कारण सैकड़ों छात्र परीक्षा से वंचित रह गए हैं, यह जीवाजी यूनिवर्सिटी की बेहद बड़ी लापरवाही हमारे सामने है और पिछले सत्र 2021_22 की शुरुआत से ही छात्रों को विषय चुनने जैसी तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और अभी अंत तक जब परीक्षाएं आयोजित की जा रहीं है ।
इस दौरान भी कई बार परीक्षाओं को स्थगित किया गया और लगातार टाइम टेबल में बदलाब किया जा रहा है जिसका खामियाजा छात्र भुगत रहे हैं। इस लापरवाही का परिणाम यह हुआ की अशोकनगर नेहरू महाविद्यालय के लगभग 2 से 3 सैकड़ा छात्रों के पेपर छूट गए हैं यह बार बार टाइम टेबल में किए गए बदलाब और परीक्षाओं को स्थगित करने का ही परिणाम है।
छात्रों को संबोधित करते हुए हुए उन्होंने आगे बताया कि नई शिक्षा नीति के माध्यम से एक तरफ कई हवा हवाई नारे उछाले जा रहे हैं तो वही दूसरी ओर शिक्षा नीति की जमीनी हकीकत को यदि देखा जाए तो यह शिक्षा को रसातल में धकेलने की एक सोची समझी साजिश नजर आती है हम जानते हैं शिक्षा सभ्य समाज का निर्माण करती है।
शिक्षा नौजवानों में विवेक को पैदा करती है सही गलत में भेद करना सिखाती है जिससे समाज में सचेत नौजवान पैदा होते हैं जो हर तरह के अन्याय दुराचार का सामना करने के लिए अपने आप को समाज के लिए समर्पित करने के लिए तैयार होते हैं ।
चाहे वह सरकार की गलत नीतियां हों या फिर समाज में व्याप्त घोर प्रतिक्रियावादी सामाजिक माहौल हो इन तमाम समस्याओं पर सोच विचार करते हैं छात्र नौजवान और यह शिक्षा के कारण ही संभव होता है इसी भय से शासक वर्ग आज शिक्षा को बर्बाद करने के उद्देश्य से नई शिक्षा नीति लाकर शिक्षा को पूरी तरह बर्बाद कर देना चाहता है ताकि छात्र नौजवानों के अंदर सही गलत को समझने की क्षमता विकसित न हो सके।
अंत में जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलपति के नाम ज्ञापन का वाचन कर कॉलेज प्राचार्य को सौंपा गया और शीघ्र ही जिन छात्रों की परीक्षाएं छूटी है उनकी परीक्षाएं आयोजित किए जाने की मांग की गई । इस मौके पर लगभग एक सैकड़ा से अधिक छात्र छात्राएं धरने में शामिल हुए और शीघ्र ही समाधान न होने पर आगामी आंदोलन की चेतावनी भी दी।