Devendra Yadav “उन्होंने कहा था, ‘मैं लौटकर आऊंगा।’ मैं बस उम्मीद कर रही हूं। मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। एक पत्नी से ज्यादा पति को कोई नहीं जान सकता। वे किसी भी गलत काम में शामिल नहीं थे। अगर सिर्फ गलत के खिलाफ आवाज उठाने की वजह से यह सब हो रहा है, तो भगवान देख रहे हैं, वह जरूर न्याय करेगा।”
यह कहना है भिलाई से कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव Devendra Yadav की पत्नी डॉ. श्रुतिका यादव का।
बलौदाबाजार हिंसा मामले में देवेंद्र यादव 17 अगस्त से जेल में बंद हैं। उनकी न्यायिक हिरासत दो बार बढ़ाई जा चुकी है। वर्तमान में, वे 3 सितंबर तक रायपुर जेल में रहेंगे।
इस घटना के विरोध में कांग्रेस राज्यभर में आंदोलन कर रही है। इसी संदर्भ में दैनिक भास्कर ने देवेंद्र यादव Devendra Yadav की पत्नी श्रुतिका से बात की। 5 सवालों और उनके जवाबों से जानिए कि डॉ. श्रुतिका अपने पति पर लगे आरोपों और उनकी गिरफ्तारी को लेकर क्या सोचती हैं…
सवाल: बलौदाबाजार में धरना-प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा और उस पर लगे आरोपों के बारे में आपका क्या कहना है?
जवाब: वे बलौदाबाजार गए थे और इसके बाद इतनी बड़ी घटना हो गई। वे समाज के लोगों के साथ खड़े थे और जो भी घटना हुई, उसकी निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे थे। आवाज उठाने की वजह से ही उन्हें यह सब देखना पड़ रहा है।
सवाल: आप इस पूरी कार्रवाई को कैसे देखती हैं?
जवाब: जो भी लोग देवेंद्र यादव को जानते हैं, उनसे जुड़े हुए हैं, वे सभी कह रहे हैं कि देवेंद्र हमेशा से सामाजिक मुद्दों पर काम करते रहे हैं। वे सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे, लेकिन किसी कारणवश यह नहीं हुआ।
सवाल: कांग्रेस का आरोप है कि यह एक राजनीतिक षड्यंत्र है। इस पर आपकी राय क्या है?
जवाब: मेरा मानना है कि राजनीति में नैतिकता का स्तर बना रहना चाहिए। चाहे वह किसी भी पार्टी से हो, राजनीति का स्तर इतना नहीं गिरना चाहिए।
सवाल: आपके बेटे का अपने पिता के साथ कैसा जुड़ाव है और वह अब क्या पूछता है?
जवाब: बलौदाबाजार की घटना के दिन भी वे रायगढ़ जा रहे थे और 10 मिनट के लिए बलौदाबाजार रुके थे। उन्होंने मुझसे कहा था कि वे लौट आएंगे।
सवाल: 17 अगस्त को गिरफ्तारी के समय देवेंद्र ने आपसे क्या कहा था?
जवाब: उन्होंने कहा था कि मेरे पीछे तुम्हें सब संभालना है, परिवार को संभालना है। वे हमेशा कहते थे कि मेरा परिवार बहुत बड़ा है। जब मैंने शादी की, तभी मुझे पता चला कि वे किस परिवार की बात करते थे।
देवेंद्र पर भीड़ को भड़काने का आरोप
विधायक देवेंद्र यादव Devendra Yadav की गिरफ्तारी बलौदाबाजार हिंसा मामले में हुई है। उन पर भीड़ को भड़काने का आरोप है। पुलिस ने 4 बार नोटिस जारी किया, लेकिन उन्होंने बयान देने से इंकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर पुलिस को बयान लेना है, तो उनके पास आए।
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इस मामले में पुलिस का दावा है कि उनके पास देवेंद्र यादव के खिलाफ सबूत हैं, जिसमें कुछ गवाहों के बयान और कुछ वीडियो शामिल हैं। इन सबको आधार बनाकर कार्रवाई की जा रही है।
देवेंद्र ने कहा था- जेल में बंद युवाओं पर दबाव बनाया जा रहा है
गिरफ्तारी से पहले देवेंद्र यादव Devendra Yadav ने आरोप लगाया था कि जेल में बंद सतनामी समाज के युवाओं को उनके खिलाफ जबरन बयान देने के लिए धमकाया जा रहा है। उनसे कहा जा रहा है कि वे बयान दें कि देवेंद्र यादव 12 गाड़ियों में भरकर लोगों के साथ आए थे।
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बलौदाबाजार हिंसा का मामला क्या है?
15 मई को सतनामी समुदाय के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब 5 किमी दूर बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिन्ह को तोड़ दिया गया था। इसके बाद कार्रवाई की मांग उठी और स्थानीय स्तर पर प्रदर्शन हुए। 19 मई को पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों का कहना था कि ठेकेदार ने पैसे नहीं दिए थे, जिसके चलते शराब के नशे में तोड़फोड़ की।
10 जून को बलौदाबाजार में हुए प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई, जिसमें कलेक्टर-एसपी दफ्तर में आगजनी और कई गाड़ियों को जलाया गया। इस दौरान देवेंद्र यादव का एक वीडियो सामने आया, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया।