Collector Deepak शहीद स्मारक गोलबाजार में कलेक्टर दीपक सक्सेना Collector Deepak की पहल पर आयोजित प्रदेश के पहले पुस्तक एवं मतदाता जागरूकता मेले के पांचवे दिन को भी बच्चों और उनके अभिभावकों ने रियायती दरों पर कॉपी, किताबें, यूनिफॉर्म, और अन्य शैक्षणिक सामग्रियां खरीदी। जिला प्रशासन ने मेले की अवधि एक दिन और बढ़ा दी है। अब पुस्तक मेला सोमवार, 15 अप्रैल को भी लगेगा।
Collector Deepak मेले में करीब 50 स्टॉल लगाए गए हैं, जिसमें पाटन विकासखंड के ग्राम उजरोंड के मां शक्ति स्व-सहायता समूह द्वारा लगाए गए स्टॉल में स्कूल यूनिफॉर्म का विशेष महत्व है। समूह की अध्यक्ष मनीषा केवट ने बताया कि उनके स्टॉल में लगभग सभी स्कूलों की यूनिफॉर्म उपलब्ध हैं, जो बच्चों को कम कीमत पर प्राप्त हो रही हैं। अभिभावक इसे बड़ी संख्या में खरीदने के लिए स्टॉल पर आ रहे हैं।
जिला प्रशासन द्वारा मेले में अनुपयोगी पुस्तकें जमा कराने और जरूरतमंद बच्चों को उनकी आवश्यकता के अनुसार पुस्तकें प्रदान करने के साथ ही एक अलग स्टॉल में बुक-बैंक स्थापित किया गया है। साथ ही शिक्षा से संबंधित सभी प्रकार की समस्याओं के निराकरण के लिए रजिस्टर रखा गया है। मेले में आने वाले विद्यार्थी अपनी पिछली कक्षाओं की अनुपयोगी पुस्तकें बुक बैंक में जमा कर रहे हैं, जो जरूरतमंद बच्चों को निःशुल्क में प्राप्त हो रही हैं।
पुस्तक मेले के आज के पांचवें दिन मेले में आने वाले अभिभावकों द्वारा 13 शिकायतें दर्ज की गई हैं।
मेले को मतदाता जागरूकता गतिविधियों से भी जोड़ा गया है। जिला निर्वाचन कार्यालय के स्वीप सेल द्वारा आयोजित मतदाता जागरूकता गतिविधियों में प्रदर्शित नुक्कड़ नाटक बच्चों और नागरिकों को आकर्षित कर रहे हैं। मेले में आज के पांचवें दिन ज्ञानगंगा इंजीनियरिंग कॉलेज के निर्वाचन साक्षरता दल के छात्र-छात्राओं ने मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटक किया।
माता गुजरी महाविद्यालय की छात्राओं ने मेंहदी लेखन के माध्यम से मतदाता जागरूकता का संदेश दिया।
महाराष्ट्र इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन के छात्र-छात्राओं ने भी विभिन्न मतदाता जागरूकता गीतों की प्रस्तुतियां की, जो लोगों को 19 अप्रैल को मतदान करने के लिए प्रेरित कर रही हैं।संभागीय बाल भवन के बालक-बालिकाओं ने भी विभिन्न गीतों पर नृत्यों की प्रस्तुतियां दीं। जिला निर्वाचन कार्यालय के स्वीप सेल द्वारा मतदाता जागरूकता का संदेश देने वाले स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थियों तथा कलाकारों को प्रशस्ति प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया गया है।