Central Jail Jabalpur में विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम
विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर शुक्रवार को केंद्रीय जेल जबलपुर Central Jail Jabalpur में रेडक्रॉस सोसायटी के तत्वाधान में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बंदियों को तंबाकू एवं धूम्रपान के दुष्परिणामों से अवगत कराना और तंबाकू निषेध का संकल्प दिलाना था।
कार्यक्रम का उद्घाटन और उद्देश्य
कार्यक्रम की शुरुआत जिला रेड क्रॉस सोसायटी के कार्यकारणी सदस्य सुनील गर्ग के वक्तव्य से हुई। उन्होंने बंदियों को तंबाकू और धूम्रपान के खतरों के बारे में जानकारी दी। गर्ग ने तंबाकू के सेवन से होने वाले स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं, जैसे कैंसर, हृदय रोग, और सांस संबंधी बीमारियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बंदियों को तंबाकू का त्याग करने और एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का संकल्प दिलाया।
Central Jail Jabalpur स्वरचित गीत और लघु नाटिकाएं
इस अवसर पर बंदियों ने भी सक्रिय भागीदारी दिखाई। उन्होंने विश्व तंबाकू निषेध दिवस के महत्व को समझते हुए, सभी को जागरूक करने के उद्देश्य से स्वरचित गीत और लघु नाटिकाएं प्रस्तुत कीं। इन प्रस्तुतियों ने न केवल तंबाकू सेवन के दुष्परिणामों को उजागर किया बल्कि बंदियों के सृजनात्मक पक्ष को भी सामने लाया।
मंच संचालन और संदेश
कार्यक्रम का मंच संचालन कल्याण अधिकारी सरिता घारू ने किया। उन्होंने तंबाकू के सेवन से शरीर पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि तंबाकू न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को हानि पहुंचाता है बल्कि हमारे व्यक्तित्व और सामाजिक मूल्यों का भी पतन करता है। घारू ने तंबाकू छोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया और बताया कि किस प्रकार एक स्वस्थ जीवन शैली हमारे जीवन को बेहतर बना सकती है।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर, उप जेल अधीक्षक मदन कमलेश, उप जेल अधीक्षक रूपाली मिश्रा, मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता तेज सिंह ठाकुर, जिला आयुष अधिकारी डॉ. अर्चना मरावी, और दंत रोग विशेषज्ञ नीतू खत्री विशेष रूप से उपस्थित रहे। इन सभी विशिष्ट अतिथियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में तंबाकू के दुष्प्रभावों पर चर्चा की और बंदियों को तंबाकू छोड़ने के लिए प्रेरित किया।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मार्गदर्शन
मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता तेज सिंह ठाकुर ने तंबाकू की लत को छोड़ने के मनोवैज्ञानिक पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे मानसिक दृढ़ता और सकारात्मक सोच से तंबाकू की लत पर काबू पाया जा सकता है। जिला आयुष अधिकारी डॉ. अर्चना मरावी ने आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से तंबाकू के सेवन से होने वाले नुकसान और उससे बचने के उपाय बताए। दंत रोग विशेषज्ञ नीतू खत्री ने तंबाकू के सेवन से दांतों और मसूड़ों पर पड़ने वाले प्रभावों पर चर्चा की और तंबाकू छोड़ने के बाद दंत स्वास्थ्य को कैसे सुधारा जा सकता है, इस पर महत्वपूर्ण जानकारी दी।
कार्यक्रम का समापन और संकल्प
Central Jail Jabalpur कार्यक्रम के अंत में सभी बंदियों ने तंबाकू छोड़ने का संकल्प लिया। इस संकल्प के माध्यम से उन्होंने एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने की ओर पहला कदम बढ़ाया। कार्यक्रम का समापन एक प्रेरणादायक संदेश के साथ हुआ, जिसमें सभी ने मिलकर तंबाकू मुक्त जीवन की दिशा में आगे बढ़ने का निर्णय लिया।
समाज और व्यक्तित्व के लिए सकारात्मक कदम
केंद्रीय जेल जबलपुर में आयोजित यह जागरूकता कार्यक्रम तंबाकू के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है। इसने न केवल बंदियों को तंबाकू के दुष्परिणामों से अवगत कराया बल्कि उन्हें तंबाकू छोड़ने का संकल्प भी दिलाया। यह पहल समाज और व्यक्तित्व के उत्थान के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जो स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देता है।