भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने मीडिया से बात करते हुए बतीय इंदौर का हाल

Bharat Jodo Yatra :- इंदौर Indore से सांवेर के लिए निकली Bharat Jodo Yatra भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी Rahul Gandhi ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज मेरी यात्रा में एक RSS के व्यक्ति आए उन्होंने कहा कि, मैं आपका स्वागत करने के लिए आया हूं तो मैंने कहा आइए ,वही भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कहा यह मेरी जिम्मेदारी है और एक तरह से मेरी तपस्या भी है।

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“जो तपस्या करता है, वह इसलिए तपस्या नहीं करता है किसी कारण के लिए नहीं तपस्या करता है।” मुझे लगा इस देश में जो नफरत और हिंसा फैलाई जा रही है, वहीं देश के लिए खतरनाक है। इस देश को मैंने सोचा कि मेरी जिम्मेदारी क्या है और मेरे दिमाग में आया कि मेरी जिम्मेदारी यह है कि इस नफरत के खिलाफ, हिंसा के खिलाफ, डर के खिलाफ, कुछ करो और यह जो आप देख रहे हैं भारत जोड़ो यात्रा है।

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वही राहुल गांधी ने कहा की यह भावना सिर्फ मेरे में नहीं बहुत सारे लोग में हैं। कांग्रेसियों के साथ ही नॉन कांग्रेसियों में भी है। और बीजेपी के लोगों में भी है। साथ ही जो देश में जो चल रहा है, वह सही नहीं है। मीडिया के साथ जो हो रहा है, लोकतंत्र के साथ जो हो रहा है, गरीबों के साथ किसानों के साथ क्यों हो रहा है। इसके खिलाफ बहुत सारे लोग हैं। बहुत सोच के नहीं किया मैंने। यह हमारी जिम्मेदारी है।

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वही मध्यप्रदेश में बीजेपी के द्वारा सरकार गिराने को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि यह सवाल कांग्रेस के मध्य प्रदेश के अध्यक्ष एवं अन्य लोगों से पूछना चाहेंगे। जो लोग पैसे से खरीदे गए हैं। तो उन पर कैसे भरोसा किया जा सकता है। उन पर भरोसा नहीं करना चाहिए।

वही राहुल गांधी ने कहा किसी गांव वाले से पूछ लीजिए, अरबपति से पूछ लीजिए, अमेरिका के राष्ट्रपति से पूछ लीजिए, की हिंदुस्तान स्टेजी क्या है, करुणा है, दया है। म्यूच्यूअल रिस्पेक्ट, यात्रा का यह लक्ष्य आप इस बात को बिलीव नहीं करते हो। लेकिन इस यात्रा का लक्ष्य पॉलिटिकल नहीं है।

इस यात्रा का लक्ष्य देश को याद दिलाना हे कि देश की नेचर क्या है, इस देश की संस्कृति क्या है, इस देश का इतिहास क्या है, इस देश का डीएनए क्या है, अब उस पर पॉलिटिकल बयान बाजी हो तो वह होती रहेगी,और आज देश जिस रास्ते पर चल रहा है। अगर हम इस रास्ते पर चलते गए तो देश को बहुत भयंकर नुकसान होने वाला इंटरनेशनल लेवल से और इंटरनल लेवल पर भी होगा।

इसलिए हमने यह यात्रा की है। मैं केरला से निकला तो मेरी माइंड में था। केरेला में कोई नहीं हरा सकता वहां जो रिस्पांस मिला है। केरला के बाद महाराष्ट्र में गया तो केरला में जिस तरह से स्वागत हुआ उसे भी अच्छे से हुआ उसके बाद लगा महाराष्ट्र को कोई नही गिरा सकता लेकिन सच बोलूं मुझे लग रहा है। कि जो इंदौर में हुआ वह मैंने महाराष्ट्र में भी नहीं देखा तो मुझे लग रहा है। कि जो पब्लिक रिस्पांस मध्यप्रदेश में देरही है। वह बाकी स्टेट से आगे हैं, यह मेरी फीलिंग है और मध्य प्रदेश के लोगों के दिमाग में माइंड में यह Bharat Jodo Yatra यात्रा बहुत गहरी हो गई है।

वही इस यात्रा के बहुत सारे सुखद क्षण हैं। एक नहीं कह सकता हूं, इस यात्रा पर कोई निकलता है यह पहले मैंने कभी कामना नहीं की थी, छोटा काम नहीं है। तो पहले निकलते ही पहले 5 दिन बाद पता लगता है। कि 3700 किलोमीटर चलना है। बीच में मेरे घुटने में दर्द शुरू हो गया, फिर ठीक भी होगया थी। लेकिन फिर डिस्टर्ब हो गई। डिस्टर्ब था, डर था, चल पाऊंगा कि नहीं, फिर हंसते हंसते उस डर का सामना किया।

चलना पड़ेगा सवाल ही नहीं उठता वैसे डर अच्छे होते हैं, कोई चीज आपको डिस्टर्ब करती है और आपने उसको एडजस्ट कर लिया, तो अच्छा लगता है। इसके अलावा भी कई क्षण है, यात्रा के दौरान मेरे घुटने में दर्द था। मैं चल रहा था, कई सारे लोग मुझे धक्का मार रहे थे। मुझे एक छोटी सी लड़की आई और वह साइड में चल रहा थी। मैंने नोटिस किया लेकिन वह मेरे अंदर नहीं आ रही थी।

फिर उसने एक चिट्ठी निकाली और कहा यह पढ़ लीजिए तो जैसे ही मैंने पढ़ना शुरू किया तो उसने कहा कि इसे आप बाद में पढ़ना, लेकिन मुझसे रहा नही गया और उस छोटी बच्ची ने लिखा था। कि आपके साथ मे और मेरे जैसे कई लोग चल रहे है। यह काफी अच्छे क्षण थे, पहले मैं एक-दो घंटे में परेशान हो जाता था। लेकिन अब मैं 8 से 10 घंटे बाद परेशान नहीं होता हूं पीछे से कोई खींच लेता है। या कुछ कह देता है, तो मैं सहन लेता हूं, और सुनने का तरीका बदल गया है, तो अब कोई व्यक्ति आता है।

जिस प्रकार से मैं उसकी आवाज को सुनता हूं उसका नेचर बदल गया। मैं ज्यादा कहता नही लेकिन दूसरी की बातों को अब सुनता हूं मैं अपनी ओर से कुछ नहीं करता। यह काफी फायदेमंद चीज है। सबसे पहले यह जो बेरोजगारी हैं। जो सबसे बड़ा कारण है, तीन-चार लोगों के हाथ हिंदुस्तान का पूरा पैसा डाल दिया। वह कोई सा भी धंधा करना चाहते है। उन्हें छूट है, वह हर धंधे में मेनोपॉली कर रहे है। सब इंडस्ट्रीज देख लीजिए मोनोपोली दिखेगी टेलीकॉम, इन्फ्राट्रक्चर सब दूर एयरपोर्ट तक आपको मोनोपॉली नजर आएगी, गोर्थ की प्रोडक्शन स्माल और छोटे व्यापारी है।

लेकिन सरकार ने उनको खत्म कर दिया। स्माइल और छोटे व्यापारी से पूछो जी.एस.टी और नोटबंदी से क्या मिला, वह आपको बतला देंगे सबसे पहले जो ग्रोथ प्रोटेक्शन देते हैं। उन्हें को फोकस करना पड़ेगा, दूसरी बात जो किसान इस देश का फाउंडेशन है। उनको बिल्कुल छोड़ दिया। उनको कोई सपोर्ट ही नहीं दे रहे हो।

उनको बीमा का पैसा नहीं मिलता उनको सही काम नहीं मिलता, उनके खाद की प्राइस बढ़ती जा रही है और मिलता भी नहीं है, जो बेसिक स्ट्रक्चर है इसको डेवलप करना और इसकी रक्षा करना दूसरी बात जो इंडस्ट्री का, स्कूल का ,कॉलेज का ,यूनिवर्सिटी का, हॉस्पिटल का, हमारी सोच के बारे में फर्क है हम चाहते हैं कि एजुकेशन, हेल्थ केयर में सरकार भाग ले और यह सरकार की जिम्मेदारी है वह किसी प्राइवेट को नही करना चाहते हैं।

तो सहयोग कर सकते हैं। लेकिन जो एजुकेशन का सिस्टम और जो हेल्थ केयर का सिस्टम है वह सरकार का हो, वह जनता की मदद करें, जनता सरकार की मदद करें और उसमें ज्यादा पैसा डाले, लेकिन हिंदुस्तान को चलाना काफ्का कठिन काम है और एक उसमें सबसे जरूरी काम जनता की सुना, उस आवाज को सुनना तो आप जनता की आवाज को सुनोगे तो आपको इंडिकेशन मिल जाएगा मुझे याद है।

यूपीए की सरकार थी, हमने मनरेगा शुरू किया और मजदूरों की मदद की और एक 2 साल बाद हमारे पास किसान आए और उसके बाद उन्होंने काफी अच्छी तरीके से हमें समझाया आपने मजदूरों की मदद की उनका रेट बढ़ गया। हमारा हक कहा हमें भी अपना हक मिलना चाहिए और जैसे ही उन्होंने यह रेशन बात।

हमने एक्सेप्ट किया और उनका कर्जा माफ कर दिया। अतः मेरा कहना है कि इस देश को आप रिजेक्ट तरीके से नही चला सकते और बीजेपी और आर.एस.एस उस आवाज को नहीं सुन रहे और रिजेक्ट तरीके से इस देश को चला रहे हैं। उस आईडिया से चला रहे हैं। देश हिंदुस्तान की आवाज से चलना चाहिए नहीं सरकार की आवाज से चलना चाहिए, वही सवाल पूछने पर भी राहुल गांधी ने बीजेपी पर कटाक्ष किया और कहा कि वहां तो सवाल पूछने का नंबर ही नहीं आता, वही राजस्थान को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि मैं इस में जाना नहीं चाहता हूं। किसने क्या कहा दोनों नेता कांग्रेस पार्टी की असेट्स है। लेकिन मैं एक बात की गारंटी आपको दे सकता हूं Bharat Jodo Yatra भारत जोड़ो यात्रा पर इसका कोई असर नहीं पड़ने वाला है।