स्वच्छता :- पूरे भारत में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है और हमारे जबलपुर शहर में वही स्वच्छता की धज्जियां उड़ाई जा रही है। पर्यावरण और स्वच्छता के प्रति भारतीय संचार निगम के अधिकारियों का रवैया उदासीन है। अधिकारियों की इस उदासीनता पर आम नागरिकों के साथ कर्मचारी नेताओं ने भी अब सवाल उठना शुरू कर दिए हैं।
शहर में स्थापित भारतीय संचार निगम कार्यालय में जँहा स्वच्छता अभियान के प्रति अधिकारियो का रवैया उदासीन है। वहीं पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी इन अधिकारियों की लापरवाही उजागर हो रही है। हालत यह हैं कि बीएसनल कार्यालय द्वारा बनाए गए सभी उद्यान उजड़ गए हैं। चारों तरफ कचरा पड़ा रहता है और साफ-सफाई भी नहीं रहती। चारो ओर गंदगी और स्वच्छता का अभाव देखा जा रहा है। तो वहीँ यहाँ पूर्व में वृक्षारोपण अभियान के तहत लगाए गए पौधे देख रेख के आभाव में मिट्टी में तब्दील हो गए हैं। वृक्षारोपण में लगाए गए पौधे अब वहां एक भी नहीं दिखाई दे रहे।
कर्मचारी नेताओं की माने तो अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत के चलते ये हालत निर्मित हुए हैं। कर्मचारी और नेताओं ने एक दूसरे पर अपने अंजाम लगाते रहे। ऐसा नही है कि भारत सरकार के इस महत्वपूर्ण कार्यलय और इनके द्वारा बनाए उद्यानों के मेंटनेंस के लिए शासन स्तर पर कोई व्यवस्था न की गई हो लेकिन बदहाली का शिकार हो चुके इस कार्यालय और उद्यानों पर आज भी यदि अधिकारी अपनी नजरें इनायत कर लें तो इस कार्यालय का कायाकल्प हो सकता है।
अगर कर्मचारी सभी लोग इसकी साफ-सफाई और वृक्षारोपण कर तो इसको वापस से हरा भरा स्वच्छ बना सकते हैं। हमारे जबलपुर को और जबलपुर के नागरिकों को शिक्षा मिलेगी की अपना काम स्वयं करें और दूसरों पर निर्भर ना रहे जिम्मेदारी सिर्फ सरकार की नहीं हम सभी इंसान की भी है देश को स्वच्छ बनाना है जबलपुर को नंबर वन बनाना है। यही एक रास्ता है हमारे जबलपुर को स्वच्छ सुंदर हरा भरा बनाने का।