Bhilai-Durg :- महाराष्ट्रीयन स्वर्णकार समाज, भिलाई-दुर्ग द्वारा गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर श्रीरामचरितमानस के सुंदरकांड पाठ का भव्य आयोजन समाज के वरिष्ठ सदस्यों की उपस्थिति में बड़े श्रद्धा-भाव से किया गया।
Bhilai-Durg इस कार्यक्रम की शोभा विशेष रूप से रवि सेन जी और समाज के अध्यक्ष राजकुमार रोकड़े जी की गरिमामयी उपस्थिति से बढ़ी। समाज के संरक्षक सदस्य हरीश उदावंत जी तथा सचिवालय विभाग के अध्यक्ष संतोष कुमार ठिसके जी ने श्रीफल एवं अंगवस्त्र भेंट कर अतिथियों का आत्मीय स्वागत किया।

समाज के प्रमुख सदस्यों की उपस्थिति
Bhilai-Durg इस अवसर पर समाज के अनेक गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे, जिनमें उमेश मधुकर रोकड़े जी, वसंतराव रोकड़े जी, दिनेश बुलबुले जी, भूपेंद्र ढोमने जी, हरीश गुहे जी, श्रीधर भजने जी, दिलीप मातुरकर जी, रमेश भरने जी, भैयालाल कुरवेजी, रामराव फाये जी, रमेश भास्कर जी, लक्ष्मण उदापुरे जी, राजेश वसंतराव अरमरकर जी, रूपचंद भजे जी, मनोहर कुरवेजी प्रमुख रूप से शामिल थे।

Bhilai-Durg महिला सदस्यों में भी उत्साहपूर्वक उपस्थिति रही। कार्यक्रम में ममता भरने जी, मती प्रभावती भरने जी, द्रोपती रोकड़े जी, गीता भेकर जी, वीणा अमरकर जी, शारदा दाते जी, अनिता ढोमने जी, कुंदा कुरवेजी, भारती अरमरकर जी, तृप्ति भरने जी, ज्योति गुहे जी, ज्योति रोकड़े जी, वंदना मातुरकर जी, मंगला येरपुड़े जी, शारदा फाये जी, मालती उदापुरे जी आदि उपस्थित रहीं।
वरिष्ठ पुरुष और महिला सदस्यों का भी सम्मानपूर्वक स्वागत किया गया।
कार्यकारिणी और विशेष सलाहकार समिति की भूमिका
समाज के प्रबंध कार्यकारिणी प्रशासनिक विभाग से उपाध्यक्ष श्रीमती कविता कुरवेजी, सचिव श्री नीलेश टेटे जी, कोषाध्यक्ष श्री दिनेश नखाते जी, सहसचिव श्री श्यामलाल कुरवेजी, मुख्य सदस्य श्री दिगंबर कावड़े जी की सक्रिय भूमिका रही।

वहीं, विशेष सलाहकार समिति में रंजीत येरपुड़े जी, उमेश ढोमने जी, मलकांत फाये जी, संजय कुमार रोकड़े जी, मुकेश कुरवेजी, शैलेश येरपुड़े जी, विजय कुमार मस्के जी और मुरली टेटे जी का सहयोग उल्लेखनीय रहा।
मीडिया सलाहकार श्री प्रकाश भरने जी का योगदान भी सराहनीय रहा।
महिला समिति और सांस्कृतिक विभाग की सहभागिता
Bhilai-Durg महिला समिति अध्यक्ष कल्पना ठिसके जी, कोषाध्यक्ष डॉक्टर साधना रोकड़े जी, सचिव अनिता डुंभरे जी, सहसचिव अर्चना रोकड़े जी तथा सांस्कृतिक विभाग से संध्या टेटे जी, ज्योति भास्कर जी, अर्चना भरने जी, जाग्रति मस्के जी, करिश्मा दाते जी, मंजुषा टेटे जी और सुनीता दाते जी भी कार्यक्रम में मौजूद रहीं।
सुंदरकांड पाठ का मुख्य वाचन वैशाली भास्कर और संध्या टेटे जी ने मिलकर किया, जिससे वातावरण भक्तिमय और आनंदमय हो उठा।
महाराष्ट्रीयन स्वर्णकार समाज, भिलाई-दुर्ग ने इस आयोजन में सहभागी सभी सदस्यों और उपस्थितजनों के प्रति हार्दिक आभार एवं धन्यवाद व्यक्त किया है।
– राजकुमार रोकड़े
अध्यक्ष, महाराष्ट्रीयन स्वर्णकार समाज, भिलाई-दुर्ग
