Book Fair शहीद स्मारक प्रांगण में पुस्तक मेला का आयोजन
Book Fair जिला प्रशासन द्वारा गोलबाजार स्थित शहीद स्मारक प्रांगण में आयोजित बारह दिवसीय पुस्तक मेला न केवल अभिभावकों को शैक्षणिक सामग्रियों की खरीदी पर भारी छूट प्रदान कर रहा है, बल्कि शिक्षा के व्यवसायीकरण के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने में भी सहायक सिद्ध हो रहा है।

सांस्कृतिक कार्यक्रम का भव्य शुभारंभ
Book Fair पुस्तक मेला के छठे दिन, रविवार की शाम, राज्यसभा सांसद श्रीमती सुमित्रा वाल्मीकी ने माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर संभागायुक्त श्री अभय वर्मा, कलेक्टर श्री दीपक सक्सेना, अपर कलेक्टर श्री नाथूराम गोंड एवं जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी भी मौजूद रहे।

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Book Fair पुस्तक मेला: एक देवतुल्य आयोजन
Book Fair सांसद श्रीमती सुमित्रा वाल्मीकी ने पुस्तक मेले को जिला प्रशासन की सराहनीय पहल बताते हुए इसे देवतुल्य आयोजन की संज्ञा दी। उन्होंने अभिभावकों की शिक्षा संबंधी चिंताओं को समझते हुए कहा कि जब स्कूल प्रबंधन द्वारा शैक्षणिक सामग्रियों की कीमतें बढ़ाई जाती हैं, तो अभिभावकों को भारी आर्थिक बोझ उठाना पड़ता है।
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शिक्षा में पारदर्शिता की दिशा में कलेक्टर की पहल
Book Fair सांसद श्रीमती वाल्मीकी ने कलेक्टर दीपक सक्सेना की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने मनमानी फीस वसूली पर रोक लगाने और प्रकाशकों एवं पुस्तक विक्रेताओं के गठजोड़ को समाप्त करने के लिए प्रशंसनीय कार्य किए हैं। उन्होंने प्रशासन से ग्रामीण क्षेत्रों में भी पुस्तक मेले के आयोजन की मांग की, जिससे वहां के विद्यार्थियों को भी इस सुविधा का लाभ मिल सके।
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संभागायुक्त ने पुस्तक मेला की सफलता को सराहा
Book Fair संभागायुक्त श्री अभय वर्मा ने पुस्तक मेला की सराहना करते हुए कहा कि अभिभावकों के चेहरे पर प्रसन्नता इस आयोजन की सफलता को दर्शाती है। उन्होंने जिला प्रशासन को इस पहल के लिए शुभकामनाएँ दीं और इसे शिक्षा जगत में एक सकारात्मक बदलाव बताया।
बुक बैंक स्टॉल: पुरानी किताबों का पुनः उपयोग
Book Fair पुस्तक मेले में शिक्षा विभाग द्वारा बुक बैंक स्टॉल की व्यवस्था की गई है, जहां विद्यार्थी अपनी पुरानी पुस्तकें दान कर सकते हैं। इस स्टॉल पर एनसीईआरटी की पहली से पाँचवीं तक की पुस्तकें मात्र 50 रुपये, छठी से आठवीं की 100 रुपये, नौवीं और दसवीं की 150 रुपये तथा ग्यारहवीं और बारहवीं की पुस्तकें 200 रुपये में उपलब्ध कराई जा रही हैं। यह राशि जिला रेडक्रॉस सोसायटी के खाते में जमा की जाएगी।

दानदाताओं का सहयोग
Book Fair पुस्तक मेले में समाजसेवियों द्वारा भी पुस्तक दान किया जा रहा है। आज के दिन मयूर संघवी और रमेश पारीख जैन ने 125 किताबें दान कर शिक्षा को बढ़ावा देने में योगदान दिया।
बच्चों और अभिभावकों की भारी भीड़
कलेक्टर दीपक सक्सेना की पहल पर लगातार दूसरे वर्ष आयोजित इस पुस्तक मेले में पाठ्य पुस्तकें, यूनिफॉर्म एवं स्कूल बैग खरीदने के लिए बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ और अभिभावक पहुंचे। पुस्तक मेले में 60 से अधिक स्टॉल लगाए गए हैं।
करियर काउंसलिंग और मनोरंजन की विशेष व्यवस्था
Book Fair पुस्तक मेले में विद्यार्थियों के लिए करियर काउंसलिंग स्टॉल भी लगाया गया है, जहां उन्हें सही मार्गदर्शन दिया जा रहा है। इसके साथ ही बच्चों के मनोरंजन के लिए फूड स्टॉल और झूले भी लगाए गए हैं।
पुस्तक मेला Book Fair का समय
सोमवार से शुक्रवार तक पुस्तक मेला शाम 4 बजे से रात 10 बजे तक तथा शनिवार को दोपहर 12 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहेगा। इस अनूठी पहल से शिक्षा को प्रोत्साहन देने के साथ-साथ अभिभावकों को आर्थिक राहत भी मिल रही है।
