Nandkumar Sai छत्तीसगढ़ के प्रमुख आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी (BJP) में वापसी कर ली है। इस बार उनकी सदस्यता ग्रहण करने की प्रक्रिया सरल रही—उन्होंने सदस्यता अभियान के तहत जारी किए गए नंबर पर मिस्ड कॉल कर पार्टी में फिर से शामिल होने का फैसला किया। इस मौके पर किसी बड़े आयोजन या वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति नहीं देखी गई।
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नंदकुमार साय के बयान और विचार
बीजेपी में वापसी पर उनकी प्रतिक्रिया
Nandkumar Sai साय ने कहा, “आज भी कई लोग बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं, तो मैंने भी सदस्यता ली है। मैंने इस दल को लंबे समय से सींचा है। अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से लेकर अब तक मैंने विभिन्न पदों पर रहते हुए पार्टी के लिए काम किया है।”
राष्ट्रीय नेतृत्व से बातचीत
Nandkumar Sai साय ने बताया कि वापसी से पहले भी कई नेताओं से उनकी बातचीत होती रही, हालांकि वरिष्ठ नेताओं से बात हमेशा नहीं हो पाती थी, लेकिन उनसे संपर्क था।
कांग्रेस में जाने का कारण
Nandkumar Sai साय ने स्पष्ट किया कि उन्हें कांग्रेस में किसी ने बुलाया नहीं था, बल्कि वह खुद अपनी मर्जी से गए थे। उन्होंने कहा, “बीजेपी में वरिष्ठ नेताओं के महत्व को कम करने के कारण मैंने पार्टी छोड़ी थी। उस समय 60 साल से अधिक उम्र के नेताओं को पीछे कर दिया गया था।”
कांग्रेस छोड़ने का कारण
Nandkumar Sai साय ने कहा कि कांग्रेस छोड़ने का कारण अलग था। उन्होंने कहा, “मैं मानता हूं कि लोकतंत्र में केवल एक दल के मजबूत होने से काम नहीं होता। विपक्ष का ताकतवर होना भी जरूरी है।”
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कांग्रेस में उनका अनुभव
कांग्रेस में उनके अनुभव के बारे में उन्होंने कहा, “मैं जितने समय वहां रहा, मैंने परिस्थितियों को देखा और समझा।”
सीएम बनने के सवाल पर
सीएम बनने के सवाल पर साय Nandkumar Sai ने कहा, “हमने सबसे पहले ट्राइबल चीफ मिनिस्टर की मांग की थी। लेकिन हम पार्टी के लिए काम कर रहे थे, सीएम बनने के लिए नहीं।”
भविष्य में सामान्य वर्ग से सीएम बनने की संभावना
इस सवाल पर साय ने कहा, “हमने पहले आदिवासी सीएम की मांग की थी। आगे क्या होगा, यह भविष्य के हाथ में है।”
बीजेपी में उनकी भूमिका
Nandkumar Sai साय ने कहा कि उनकी भूमिका पार्टी तय करेगी।
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नंदकुमार साय का राजनीतिक सफर
Nandkumar Sai नंदकुमार साय पहली बार 1977 में जनता पार्टी के विधायक बने थे। बाद में वह भाजपा के प्रमुख आदिवासी चेहरे के रूप में उभरे। उन्होंने विभिन्न चुनावों में सफलता प्राप्त की और विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। 30 अप्रैल 2023 को उन्होंने बीजेपी से इस्तीफा दिया और अगले दिन कांग्रेस में शामिल हो गए। लेकिन 20 दिसंबर 2023 को कांग्रेस से इस्तीफा देकर 3 सितंबर 2024 को फिर से बीजेपी में वापसी की।