Education Department :- कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने जिले में स्थित शालाओं का कम्युनिकेशन प्लान तैयार करने के निर्देश शिक्षा विभाग Education Department के अधिकारियों को दिये हैं। उन्होंने बोल की कम्युनिकेशन प्लान में शालाओं में पदस्थ प्रधानाध्यापकों तथा सभी शिक्षकों के मोबाइल नंबरों को इन्क्लूड किया जाये। ताकि वीडियो कॉलिंग के जरिये सभी शाला की जिला स्तर से भी मॉनीटरिंग की जा सके।
कलेक्टर श्री सुमन ने ये निर्देश शिक्षा विभाग की गतिविधियों की समीक्षा के लिए गत दिवस कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित मीटिंग में दिये। मीटिंग में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ. सलोनी सिडाना, जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी, जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केन्द्र डॉ. आर.पी. चतुर्वेदी तथा सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारी एवं विकासखंड स्त्रोत समन्वयक उपस्थित थे।
कलेक्टर ने बैठक में जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में स्थित सभी शालाओं में शिक्षकों की समय पर और नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की उपस्थिति एम शिक्षा मित्र एप पर ही दर्ज हो तथा ऑनलाइन मॉनिटरिंग के माध्यम से शालाओं का समय पर खुलना तय किया जाये। श्री सुमन ने बैठक में सभी शालाओं में विद्युतीकरण के कार्य का सत्यापन करने के निर्देश शिक्षा अधिकारियों को दिये। उन्होंने शालाओं में नल कनेक्शन के माध्यम से की जा रही जलापूर्ति का सत्यापन करने भी कहा। शालाओं में शौचालयों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की हिदायत देते हुए उन्होंने कहा कि शौचालय हर हाल में क्रियाशील रहने चाहिए।
श्री सुमन ने बैठक में स्कूली बच्चों के जाति प्रमाण-पत्र बनाने के कार्य की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि जाति प्रमाण-पत्र के ऐसे आवेदनों की पुन: स्क्रूटनी की जाये जिन्हें अपूर्ण होने की वजह से अस्वीकृत कर दिया गया है। ऐसे आवेदनों में पाई गई कमियों को दूर करने पुन: संबंधित शालाओं में भेजा जाये। बैठक में बताया गया कि जिले में 69 हजार 001 के लक्ष्य के विरूद्ध अभी तक 43 हजार 542 स्कूली बच्चों के जाति प्रमाण-पत्र बनाये जा चुके हैं। इसमें से करीब 41 हजार 801 अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के और 1 हजार 741 पिछड़ा वर्ग के बच्चे मौजूद हैं।