RTO की नाक के नीचे बेखौफ दौड़ रही है अवैध बस!

RTO Indore मंगलवार को इंदौर के सुपर कॉरिडोर पर एक इंदौर के निजी कीड्स कॉलेज की बस ने तीन जाने ले ली। इसके लिए अगर ”RTO को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाए तो किसे ठहराया जाए’ क्योकि इस बस में RTO Indore के पास कोई रिकार्ड ही नहीं है। इसके बाबजूद उसके पास फिटनेस था। क्योकि यह चमत्कार केवल RTO ही कर सकता है। इतना ही नहीं आरटीओ ने फिटनेस जारी करने करते समय यह भी नहीं देखा की स्पीड गवर्नर है या नहीं। साथ ही इस हादसे के बाद विभाग के उड़नदस्ते की पोल खुल गई है।

उड़नदस्ते पर सवाल!

इस दुर्घटना ने आरटीओ के उड़नदस्ते पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि कार्यालय से लापरवाही या साठगांठ से बिना स्पीड गवर्नर के फिटनेस जारी हो भी गया था तो वह उड़नदस्ते की पकड़ में आ जाना था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इसका मतलब यह है की उड़नदस्ता केवल नाम के लिए ही है या उसकी भी इस मामले में मिलीभगत है। इस दुर्घटना में ड्राइवर के बाद यदि किसी और पर सबसे ज्यादा जिम्मेदारी बनती है तो वह आरटीओ और उसके उड़नदस्ते की है। तो वही पीड़ित पक्ष का कहना है, कि जब तक इस तरह की दुर्घटनाओं में आरटीओ की सीधी जिम्मेदारी तय नहीं होगी तब तक स्कूल बच्चे सुरक्षित नहीं रह पाएंगे।

गायब हुआ, या था ही नहीं स्पीड गवर्नर

बस की रजिस्ट्रेशन में कथित रूप से स्पीड गवर्नर दर्शाया जाता है, लेकिन मौके पर स्पीड गवर्नर नहीं मिला। लेकिन अब सवाल यह उठता है की या तो स्पीड गवर्नर देखे बिना RTO ने फिटनेस जारी कर दिया या, ड्राइवर ने फिटनेस जारी होने के बाद ऐसा किया।

स्टाफ की कमी का पुराना रोना

अब लकीर पीटने की रस्सी के तहत आरटीओ स्टाफ की कमी का पुराना रोना रो रहा है, और हर वर ही ऐसा करता है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बकायदा गाइडलाइन जारी कर रखी है। जब सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन है, तो फिर कैसे आरटीओ यहाँ रोना रो सकता है। इसके अलावा आरटीओ, संपत्ति रजिस्ट्रेशन कार्यालय के बाद सर्वाधिक राजस्व देने वाला विभाग है। इसके बावजूद उसके पास स्टाफ नहीं है। यहां तो सीधे-सीधे आपराधिक लापरवाही का मामला बनता है।

कोरोना काल भी बना बहाना

RTO जितेंद्र सिंह रघुवंशी ने अपने बयान में कोरोना काल का भी बहाना बनाया है। उन्होंने कहा कोरोना काल के कारण लंबे समय से स्कूल बंद थे। हालांकि जब बसे चलना शुरू हुई तो सभी बसों की जांच की जाती की गई थी। उन्होंने रूटीन जांच की बात को दोहरा दी, लेकिन इस दुर्घटना को लेकर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया।