Russia and Ukraine :- आज 9वां दिन हो चुका (Russia and Ukraine) रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध का. इसी के साथ रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जा करने के लिए हमला तेज कर दिया है। लेकिन रूसी हमले के खिलाफ डटकर मुकाबला करने के साथ कूटनीतिक प्रयासों को जारी रखते हुए यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने गुरुवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से वार्ता की बात कही है।
जेलेंस्की ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कहा कि आप मेरे साथ बैठकर वार्ता कीजिए, बातचीत करना समझदारी है बातचीत जंग से बेहतर है. इतना ही नहीं जेलेंस्की सरेंडर करने की बात को इनकार करते हुए साफ शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि सिर पर बंदूक रखकर समझौता नहीं किया जा सकता है।
लेकिन अगर पुतिन वार्ता पर विश्वास रखते हैं ”तो आइए मैं काटता नहीं हूं, आप किस बात से डरते हैं”. कहा जा रहा है कि पिछले 8 दिनों में रूस सेना ने यूक्रेन के 20 फीसदी से ज्यादा हिस्से पर अपना कब्जा कर लिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक रूसी सेना ने यूक्रेन के 1 लाख 6 हजार वर्ग किलोमीटर के इलाके को अपने कब्जे में है। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने बताया कि दुनिया बहुत धीमी गति से उनके देश की मदद कर रही है और पश्चिमी नेताओं से यूक्रेन पर नो-फ्लाई जोन लागू करने का अनुरोध किया ताकि रूसी लड़ाकू विमान वहां उड़ान न भर सकें उन्होंने कहा कि अगर वे ऐसा करने के इच्छुक न हों तो कम से कम यूक्रेन को लड़ाकू विमान ही उपलब्ध करा दें।
इससे पहले अज्ञात स्थान से दो वीडियो में जेलेंस्की ने बतया कि यूक्रेन के पास अपनी आजादी के अलावा खोने के लिए कुछ भी नहीं बचा है. दो साल पहले यूक्रेन में कोविड का पहला केस दर्ज हुआ था और अभी एक हफ्ते पहले एक और वायरस ने हमला किया है.
भावुक हुए जेलेंस्की
जेलेंस्की ने बतीय कि यूक्रेन में बंदी बनाए गए रूसी सैनिकों को पता ही नहीं है कि वे लोगों यहां क्यों हैं। वे वापस रूस भाग रहे हैं । उन्होंने रूसी सैनिकों को ‘भ्रमित बच्चे’ बताते हुए बोला कि उन्हें रूस के उनके नेता इस्तेमाल कर रहे हैं।
आप को बात दे राष्ट्रपति ने रूस से क्षतिपूर्ति शब्द का अध्ययन करने को भी कहा क्योंकि कीव मास्को से उसके आक्रमण से हुई क्षति के मुआवजे की मांग करेगा। उन्होंने बतीय कि हमारे पास सबसे बड़ा भू-भाग नहीं है, हमारे पास परमाणु कोई हथियार नहीं हैं, हम अंतरराष्ट्रीय बाजार को तेल और गैस भी उपलब्ध नहीं कराते लेकिन हमारे पास हमारे लोग हैं।
हमारे पास हमारी भूमि है. इसी के लिए हम लड़ रहे हैं और लड़ना पड़ेगा। रूस के राष्ट्रपति पुतिन को अपने संदेश में जेलेंस्की ने बोला है, कि जाओ अपने रूसी बोलने वालों को बचाओ। दुनियाभर में नहीं बल्कि अपने देश में.