Nehru PG College :- पुनर्मूल्यांकन कर पुनःसही रिजल्ट जारी करने की मांग पर एआईडीएसओ ने सौंपा ज्ञापन।
छात्र संगठन एआईडीएसओ की कॉलेज इकाई अध्यक्ष पूजा ओझा ने बताया की हाल ही में जारी हुए प्रथम वर्ष के परीक्षा परिणाम मैं प्रदेश सहित जीवाजी विश्वविद्यालय के अंतर्गत हजारों छात्रों को फैल,सप्लीमेंट्री दी गई है । जिसमें हमारे नेहरू महाविद्यालय Nehru PG College के लगभग एक हजार से अधिक छात्र फैल हुए हैं जबकि इसमें छात्रों की कोई गलती नहीं है।
क्योंकि इसके लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार है नई शिक्षा नीति जिसके अवैज्ञानिक प्रयोगों के चलते शुरुआत से ही परीक्षा परिणाम तक असमंजस और भ्रम की स्थिति बनी रही है। पूरे साल भर में छात्रों के विषयों को कई बार बदला गया,वहीं बार बार टाईम टेबल में बदलाव किया गया यहां तक की परीक्षा से एक या दो दिन पूर्व तक टाइम टेबल बदला गया या तय दिनांक से पहले भी कई परीक्षाएं करवा ली गईं जिसके चलते हजारों छात्र परीक्षाओं से वंचित रह गए।
इसके साथ ही इस बार नई शिक्षा नीति के तहत जो मूल्यांकन पद्धति अपनाई गई वह पूरी तरह हवा-हवाई है।क्योंकि परीक्षा परिणाम में देखा गया है कि इस नीति के तहत लाए गए क्रेडिट सिस्टम मैं पास होने के लिए न्यूनतम 20 क्रेडिट से अगर 1 पॉइंट भी कम है तो छात्र को फेल माना जाएगा भले ही वह थ्योरी के सभी विषयों में पास हो यहां तक की इससे पहले की पद्धति में लागू ग्रेस लगाकर पास करने का नियम भी नहीं है।
बिना पूर्व अनुमान व वस्तुस्थिति को जाने जिस क्रेडिट सिस्टम और नए प्रयोगों को लागू किया है उसमें सरकार के कर्तव्यों को अगर क्रेडिट दिया जाए तो कितना होगा जीरो? क्योंकि पठन पाठन के लिए कोई व्यवस्थाएं नहीं की गईं ।
इससे साफ जाहिर होता है कि यह नई शिक्षा नीति शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह ध्वस्त करने वाली नीति है और सरकार की मंशा शिक्षा को आम पहुंच से दूर कर बाजार के हवाले करने वाली,पूरी शिक्षा व्यवस्था का निजीकरण करने की है। इसलिए छात्र संगठन एआईडीएसओ इस नई शिक्षा नीति को वापस करने की मांग कर रहा है।